भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सतपुड़ा और आईएनएस सावित्री 40 टन मानवीय सहायता लेकर यांगून बंदरगाह की ओर बढ़ रहे हैं. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि 80 सदस्यीय एनडीआरएफ की टीम बचाव कार्य में सहायता के लिए म्यांमार रवाना हुए. भारत के साथ-साथ चीन, रूस ने भी अपने रेस्क्यू टीम को म्यांमार भेजा है. भारतीय वायुसेना का विमान सी-130 करीब 15 टन राहत सामग्री लेकर म्यांमार पहुंच चुका है. साउथ कोरिया ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के जरिए दो मिलियन अमेरिकी डॉलर की मदद मुहैया कराएगा. न्यूजीलैंड ने म्यांमार को दो मिलियन न्यूजीलैंड डॉलर की मदद का ऐलान किया है. यह फंड इंटरनेशनल रेड क्रॉस के जरिए दिया जाएगा.
- भूकंप से तबाही
म्यांमार में एक ओर भूकंप की तबाही मची हुई है तो दूसरी ओर सेना लगातार हवाई हमले और ड्रोन अटैक कर रही है. मिडिया के मुताबिक, सेना ने स्थानीय समयानुसार 19.40 बजे (1.10) बजे सागाइंग क्षेत्र में हमला किया, जहां भूकंप से भारी नुकसान हुआ था. इसके अलावा दो हमले कायिन राज्य के ले-वाह में हुए. दरअसल म्यांमार में गृहयुद्ध जैसी स्थिति है और लोग सेना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.

- पीएम मोदी ने की सेना प्रमुख से बात
म्यांमार में भूकंप की वजह से हालात भयावह हो गए हैं. पीएम मोदी ने म्यांमार के सेना प्रमुख से फोन पर बात कर संवेदनाएं जताई हैं. पीएम मोदी ने X पर लिखा कि एक करीबी मित्र और पड़ोसी के रूप में भारत इस कठिन समय में म्यांमार के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है. ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत आपदा राहत सामग्री, मानवीय सहायता, खोज और बचाव दल को प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से भेजा जा रहा है.